Highlights
1. ऐतिहासिक वृक्षारोपण पहल:
चांधण गाँव में 300 बीघा गोचर भूमि पर 10,000 पौधे लगाए गए, जो पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक मील का पत्थर है।
2. पारंपरिक व्यवस्थाओं का पुनर्जीवन:
कार्यक्रम ‘ओरण’ और ‘गोचर’ जैसी पारंपरिक संरचनाओं को पुनर्जीवित कर, प्रकृति और परंपरा के संतुलन को पुनः स्थापित करने की प्रेरणा देता है।
3. शिक्षा और समाजकल्याण का समावेश:
कार्यक्रम में जरूरतमंद और मेधावी छात्रों के लिए स्कॉलरशिप की घोषणा की गई, जो पर्यावरण के साथ-साथ सामाजिक विकास को भी लक्ष्य बनाता है।
4. जन-संस्कार के रूप में पर्यावरण चेतना:
UGPF अध्यक्ष मेघराज सिंह रॉयल के अनुसार, वृक्षारोपण केवल पौधा रोपण नहीं, बल्कि ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की भावना से पृथ्वी के प्रति कर्तव्य है। यह कार्यक्रम पर्यावरण संरक्षण को जन-संस्कार के रूप में स्थापित करता है।
जैसलमेर | 8 जुलाई 2025
जैसलमेर के चांधण गांव में आज यूनाइटेड ग्लोबल पीस फाउंडेशन (UGPF) के तत्वावधान में पर्यावरण संरक्षण के लिए एक भव्य वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया, जो "हरियाली ही विरासत है" की थीम पर आधारित रहा। इस कार्यक्रम में 3200 बीघा गोचर भूमि में से 300 बीघा क्षेत्र पर 10,000 पौधे लगाकर पर्यावरण बचाने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल की गई।
कार्यक्रम की अगुवाई UGPF के चेयरमैन मेघराज सिंह रॉयल और फाउंडेशन के निदेशक शक्ति सिंह बांदीकुई ने की। इस अवसर पर शक्ति सिंह बांदीकुई ने कहा कि "चांधण गांव में आज का आयोजन यूनाइटेड ग्लोबल पीस फाउंडेशन की प्रतिबद्धता का सजीव उदाहरण है। हर एक पौधा पर्यावरण के प्रति हमारे समर्पण की गवाही देता है।"
उन्होंने यह भी कहा कि "UGPF जमीनी स्तर पर सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए प्रतिबद्ध है। यह अभियान हमें हमारी पारंपरिक व्यवस्थाओं—‘ओरण’ और ‘गोचर’—की ओर लौटने की प्रेरणा देता है।" साथ ही जरूरतमंद और मेधावी छात्रों के लिए स्कॉलरशिप की घोषणा भी की गई।
इस कार्यक्रम में चांधण के सरपंच राजेन्द्र सिंह, प्रधान प्रतिनिधि लख सिंह, टीम ओरण के सुमेर सिंह सांवता, हर्ष जगानी, मरुश्री 2025 धीरज पुरोहित, श्रीमती शाहीन हसन, श्रीमती शीतल पुरोहित, मुकेश मेघवंशी, बजरंग मेघवाल, बख्श खान सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण जन और स्कूली छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
यह बोले चेयरमैन मेघराज सिंह रॉयल
इस मौके पर यूनाइटेड ग्लोबल पीस फाउण्डेशन के चेयरमैन मेघराज सिंह रॉयल ने कहा, "यह वृक्षारोपण केवल पेड़ लगाना नहीं, बल्कि ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की भावना से पृथ्वी के प्रति हमारा कर्तव्य है।" कार्यक्रम ने यह सिद्ध किया कि पर्यावरण संरक्षण केवल एक पहल नहीं, बल्कि एक जन-संस्कार है—जिसमें भागीदारी ही असली शक्ति है। रॉयल के अनुसार यूनाइटेड ग्लोबल पीस फाउंडेशन (UGPF) एक सामाजिक संस्था है जो पर्यावरण संरक्षण, सतत विकास और वैश्विक शांति की दिशा में निरंतर कार्यरत है।
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इस फाउंडेशन का मानना है कि प्रकृति के प्रति हमारी ज़िम्मेदारी न केवल एक सामाजिक कर्तव्य है, बल्कि एक आध्यात्मिक दायित्व भी है। चाहे वह बंजर ज़मीन को हरियाली में बदलने की पहल हो, जैव विविधता को संरक्षित करने की कोशिश, या फिर स्थानीय समुदायों के सहयोग से वृक्षारोपण अभियान—UGPF हर स्तर पर धरती को बचाने और भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक स्वच्छ और संतुलित पर्यावरण सुनिश्चित करने के लिए प्रयासरत है।
इस संस्था की सोच “वसुधैव कुटुंबकम्” और “हरियाली ही विरासत है” जैसे विचारों से प्रेरित है, जो हमें प्रकृति के साथ सह-अस्तित्व और संतुलन का संदेश देते हैं। UGPF सिर्फ एक संगठन नहीं, बल्कि एक चेतना है—जो हर व्यक्ति को पर्यावरण के प्रहरी के रूप में जागरूक करने का कार्य कर रही है।