जयपुर। राजस्थान की दौसा विधानसभा सीट पर उपचुनाव के नतीजों ने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है। कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक संयम लोढ़ा के बयान ने इस बहस को और तेज कर दिया है। उनका कहना है कि उपचुनाव के नतीजे उन्होंने पहले ही भांप लिए थे। लोढ़ा के एक वीडियो में दावा किया गया है कि बीजेपी केवल सीएम भजनलाल शर्मा के कारण दौसा में कांग्रेस से एक सीट हार गई।
संयम लोढ़ा का वीडियो बना चर्चा का विषय
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के जन्मदिन पार्टी में रिकॉर्ड हुआ एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है। इसमें संयम लोढ़ा कांग्रेस नेताओं धर्मेंद्र राठौड़ और बलजीत यादव के साथ बातचीत करते हुए दावा कर रहे हैं कि उन्होंने पहले ही उपचुनाव का नतीजा 6-1 के रूप में बता दिया था। उन्होंने कहा, “भजनलाल की वजह से तुम्हारी एक सीट आ गई।”
किरोड़ी लाल मीणा ने भितरघात को बताया हार का कारण
बीजेपी नेता और राजस्थान सरकार के मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने अपनी पार्टी की हार के पीछे भितरघात का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, “अगर भितरघातियों ने मेरे सीने में बाण मारे होते, तो मैं उसे सह लेता, लेकिन उन्होंने मेरे लक्ष्मण जैसे भाई (जगमोहन मीणा) को निशाना बनाया।”
मीणा ने कहा है कि इस मामले पर वह जल्द ही बड़ा खुलासा करेंगे। इससे बीजेपी के अंदरूनी समीकरणों और गुटबाजी को लेकर चर्चा तेज हो गई है।
दौसा में हार क्यों?
राजस्थान उपचुनावों में बीजेपी ने 7 में से 5 सीटों पर जीत दर्ज की थी। लेकिन दौसा सीट पर हार ने सवाल खड़े कर दिए हैं। राजनीतिक जानकार इसे स्थानीय गुटबाजी और भितरघात का परिणाम मान रहे हैं। कांग्रेस नेता संयम लोढ़ा के बयान ने इस बहस को और हवा दी है।
बीजेपी में असंतोष?
मीणा और अन्य नेताओं के बयानों से साफ है कि दौसा की हार के बाद बीजेपी में असंतोष गहरा गया है। अब सभी की नजरें किरोड़ी लाल मीणा के “बड़े खुलासे” पर टिकी हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि दौसा उपचुनाव का यह प्रकरण आगामी विधानसभा चुनावों में बड़े राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित कर सकता है।