जयपुर | सैनिक स्कूल के उद्घाटन कार्यक्रम में रक्षा मंत्री ने देश की बदलती आर्थिक संरचना पर बोलते हुए कहा, "आज पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) का मतलब बदल चुका है। इसे अब प्राइवेट-पब्लिक पार्टनरशिप कहना अधिक उचित है।" मंत्री ने स्पष्ट किया कि इस मॉडल में प्राइवेट सेक्टर की भूमिका पब्लिक सेक्टर से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण हो गई है।
रक्षा मंत्री ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था का सबसे बड़ा घटक कृषि भी प्राइवेट सेक्टर के अधीन है। उन्होंने यह भी कहा कि मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर में भी प्राइवेट सेक्टर का योगदान प्रमुख है। "आज प्राइवेट सेक्टर अर्थव्यवस्था की ड्राइविंग सीट पर है, जिसके चलते नए सैनिक स्कूलों की स्थापना इसी पीपीपी मोड पर की जा रही है। यहां प्राइवेट और पब्लिक सेक्टर की ताकत मिलकर काम करेगी।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने गर्व कहा, "मैं एक सैनिक की बेटी हूं, और राजस्थान में बड़ी संख्या में सैनिक परिवार हैं। ऐसे में बच्चों में देशभक्ति की भावना स्वाभाविक रूप से विकसित होती है।" उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 100 सैनिक स्कूलों के उद्घाटन के ऐलान की सराहना की और कहा कि ये स्कूल न केवल पढ़ाई करेंगे, बल्कि बच्चों में देशभक्ति की भावना भी विकसित करेंगे।
सैनिक स्कूल के उद्घाटन के अवसर पर मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ , शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ,जयपुर सांसद मंजू शर्मा , जयपुर ग्रामीण सांसद राव राजेंद्र सिंह सहित पूर्व विधायक और मंत्री राजेंद्र राठौड़ भी उपस्थित रहे। इससे पूर्व एयरपोर्ट पर उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह का स्वागत किया।