Jaipur | 12 नवंबर 1993 को रिलीज़ हुई, शाहरुख खान, काजोल और शिल्पा शेट्टी स्टारर फिल्म बाज़ीगर ने बॉलीवुड में एक नए ट्रेंड को जन्म दिया। शाहरुख के करियर की पहली माइलस्टोन फिल्म बनकर यह ब्लॉकबस्टर साबित हुई। अब्बास-मस्तान द्वारा निर्देशित इस फिल्म में रोमांच और ट्रेजेडी का अनोखा मिश्रण था। 4 करोड़ की लागत से बनी इस फिल्म ने करीब 32 करोड़ की कमाई की और अनु मलिक द्वारा संगीतबद्ध इसके गाने चार्टबस्टर बन गए। इस फिल्म के कुछ अनसुने किस्से इस प्रकार हैं:
1. अक्षय कुमार ने ठुकराई थी बाज़ीगर
पहले यह रोल अक्षय कुमार को ऑफर किया गया था। लेकिन उन्होंने अजय शर्मा के किरदार की नकारात्मकता के कारण फिल्म छोड़ दी। इसके बाद अरबाज़ खान को भी यह ऑफर मिला, लेकिन उन्होंने भी इसी वजह से मना कर दिया। किस्मत ने शाहरुख के नाम यह फिल्म लिख रखी थी, और उन्होंने इसे अपने करियर की महत्वपूर्ण फिल्म बना दिया।
2. फिल्म की सफलता का अंदाज़ा शाहरुख को लंदन में लगा
जब बाज़ीगर रिलीज़ हुई, शाहरुख लंदन में थे। उन्हें अंदाजा नहीं था कि भारत में फिल्म कैसा प्रदर्शन कर रही है। निर्माता यश जौहर ने उन्हें कॉल कर फिल्म की सफलता की खबर दी।
3. अजय देवगन ने मांगे थे ज्यादा पैसे
अजय देवगन को भी फिल्म ऑफर की गई थी, लेकिन उन्होंने काफी ज्यादा फीस की मांग की, जिसे निर्माता मानने के लिए तैयार नहीं थे।
4. श्रीदेवी को लेकर था प्लान
पहले अब्बास-मस्तान चाहते थे कि श्रीदेवी डबल रोल में नजर आएं, लेकिन शाहरुख के हाथों उनका मर्डर दर्शकों को शायद पसंद नहीं आता, इसलिए यह विचार छोड़ दिया गया और काजोल-शिल्पा को लिया गया।
5. कुमार सानू का हिट गीत – ‘ये काली काली आंखें’
इस गीत की रिकॉर्डिंग को लेकर प्रोड्यूसर थोड़ा असंतुष्ट थे और इसे फिर से रिकॉर्ड करवाना चाहते थे, पर कुमार सानू ने इसे दूसरी बार रिकॉर्ड करने से मना कर दिया। यह गाना इतना हिट हुआ कि कुमार सानू को फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला।
6. ‘डर’ और ‘बाज़ीगर’ दोनों में शाहरुख का नेगेटिव रोल
बाज़ीगर के 42 दिन बाद शाहरुख की डर रिलीज़ हुई, जिसमें फिर से उनका विलेनियस रोल देखने को मिला। ये दोनों फिल्में बड़ी हिट रहीं और शाहरुख को इंडस्ट्री में स्थापित कर दिया।
7. जॉनी लीवर की कॉमेडी का नायाब अंदाज
फिल्म में जॉनी लीवर की कॉमेडी का विशेष योगदान रहा। उन्होंने अपने सभी संवाद ऑन द स्पॉट खुद से बोले थे, जिसने उनके करियर में नया मोड़ लाया।
8. मदन चोपड़ा का बंगला दिल्ली में शाहरुख की मदद से फाइनल हुआ
फिल्म के लिए मदन चोपड़ा का बंगला ढूंढना बड़ी चुनौती था। शाहरुख अब्बास-मस्तान को दिल्ली के फार्म हाउसेज़ में ले गए और एक लोकेशन फाइनल की।
9. सलमान खान ने भी किया था मना
सलमान खान ने अपने करियर की शुरुआत में नेगेटिव रोल को नुकसानदायक समझते हुए इसे मना कर दिया। उनके पिता सलीम खान ने कहानी में गाने का सुझाव दिया, लेकिन निर्देशक नहीं माने।
10. सॉन्ग्स को एडिट करना पड़ा
फिल्म के लिए आठ गाने रिकॉर्ड हुए, लेकिन केवल पांच को शामिल किया गया। विनोद राठौर का गाया ‘छुपाना भी नहीं आता’ शाहरुख की गुजारिश पर रखा गया और ये गीत भी हिट हुआ।
11. फिल्म के दो एंडिंग्स शूट किए गए थे
राखी गुलज़ार और डिस्ट्रीब्यूटर्स की राय पर निर्देशक ने एक अलग एंडिंग शूट की थी। लेकिन अंततः शाहरुख की मौत वाली एंडिंग को ही रखा गया, जिसे दर्शकों ने खूब पसंद किया।
12. राखी ने निभाई एक महत्वपूर्ण भूमिका
जैसे राम लखन में राखी ने अपने पति की धोखाधड़ी का बदला लिया, वैसे ही बाज़ीगर में भी उनका किरदार बेटे के माध्यम से बदला लेता है।
13. रेशम टिपनिस के साथ शाहरुख का गहन एक्टिंग
फिल्म में शाहरुख ने रेशम टिपनिस के मर्डर सीन में उनकी गर्दन इतनी जोर से पकड़ ली कि उन्हें सांस लेने में मुश्किल होने लगी। इस सीन की वास्तविकता दर्शकों के लिए एकदम असली साबित हुई।
14. पुरानी फिल्म ‘सज़ा’ से प्रेरणा
जॉनी लीवर का उल्टी कील ठोकने का सीन 1951 में आई देवानंद की सज़ा से प्रेरित था।
15. अमृत पटेल की सिफारिश पर मिले शाहरुख
अमृत पटेल ने, जो शाहरुख के साथ टीवी शो फौजी में काम कर चुके थे, अब्बास-मस्तान को शाहरुख का नाम सुझाया। यह सुझाव शाहरुख के करियर का माइलस्टोन साबित हुआ।