माउंट आबू।"जंगल में जगह नहीं है साहब, अब होटल में कमरा दे दीजिए" — यह मजाकिया लाइन अब एक हकीकत जैसी प्रतीत हो रही है, क्योंकि माउंट आबू में वन्य जीव लगातार शहरी इलाकों की ओर रुख कर रहे हैं। हाल ही में चौधरी कॉलोनी स्थित एक निजी होटल में ऐसा ही एक चौंकाने वाला दृश्य सामने आया, जहाँ एक भालू आधी रात को होटल के रिसेप्शन तक पहुंच गया।
यह पूरी घटना होटल में लगे सीसीटीवी कैमरे में क़ैद हुई, जिसमें देखा गया कि रात करीब 3 बजे भालू ने अपने अगले पंजों से दरवाजा खोला और सीधे स्वागत कक्ष (रिसेप्शन) में दाखिल हो गया। उसका अंदाज़ ऐसा था जैसे वह पर्यटक बनकर रूम लेने आया हो। भालू रिसेप्शन में कुछ देर तक घूमता रहा और चारों ओर बारीकी से निरीक्षण करता रहा।
गनीमत यह रही कि घटना के समय रिसेप्शन पर कोई भी मौजूद नहीं था, वरना यह दृश्य एक खतरनाक हादसे में बदल सकता था। वन विभाग और स्थानीय प्रशासन इस तरह की घटनाओं को लेकर अब सतर्क हो रहे हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि माउंट आबू वन्य जीव अभ्यारण्य क्षेत्र से सटे इलाकों में मानवीय हस्तक्षेप और जंगलों के सिकुड़ते दायरे के कारण वन्य जीव भोजन और पानी की तलाश में शहरी क्षेत्रों में प्रवेश कर रहे हैं। माउंट आबू की सड़कों पर अब भालू, तेंदुआ और अन्य वन्य जीवों को देखा जाना आम बात हो गई है। ऐसे में पर्यटकों और स्थानीय लोगों की सुरक्षा के लिए अब वन विभाग को सतत मॉनिटरिंग और चेतावनी प्रणाली को मजबूत करने की आवश्यकता है।
यह घटना न सिर्फ वन्य जीवन और मानवीय जीवन के टकराव की गंभीरता को दर्शाती है, बल्कि प्रशासन के लिए एक चेतावनी संकेत भी है कि शहरीकरण और प्राकृतिक संसाधनों के असंतुलन का प्रभाव अब प्रत्यक्ष रूप से देखने को मिल रहा है।