राष्ट्रीय जूनियर फुटबॉल प्रतियोगिता: रेतीले धोरों की बेटियों ने इतिहास रच दिया, ढिंगसरी नोखा की बेटियों ने कर्नाटक में लहराया राजस्थान का परचम

रेतीले धोरों की बेटियों ने इतिहास रच दिया, ढिंगसरी नोखा की बेटियों ने कर्नाटक में लहराया राजस्थान का परचम
Rajasthan vs Karnataka Football Match
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इस टूर्नामेंट में संजू कंवर को सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी के खिताब से नवाजा गया, जो पूरे राज्य के लिए गर्व का विषय है

खास बात यह है कि इस विजेता टीम की 22 खिलाड़ियों में से 12 खिलाड़ी नोखा के ढिंगसरी गांव से हैं, जिन्होंने अपनी मेहनत और समर्पण से यह मुकाम हासिल किया है।

बेलगाम, कर्नाटक। रेतीले धोरों की बेटियों ने एक बार फिर साबित कर दिया कि अगर इरादे मजबूत हों, तो किसी भी चुनौती को पार किया जा सकता है। कर्नाटक में चल रही राष्ट्रीय फुटबॉल अंडर-17 बालिका वर्ग प्रतियोगिता में ढिंगसरी नोखा की 12 बेटियों ने अपने खेल से इतिहास रच दिया।

फाइनल मुकाबले में राजस्थान की इस टीम ने मेजबान कर्नाटक को 3-1 से मात देकर पूरे देश में अपनी पहचान बनाई। इस शानदार जीत में मंजू कंवर के पहले गोल ने टीम को बढ़त दिलाई, जबकि टीम की कप्तान संजू कंवर ने अपने शानदार प्रदर्शन से 2 गोल कर राजस्थान को चैंपियन बना दिया।

इस टूर्नामेंट में संजू कंवर को सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी के खिताब से नवाजा गया, जो पूरे राज्य के लिए गर्व का विषय है। खास बात यह है कि इस विजेता टीम की 22 खिलाड़ियों में से 12 खिलाड़ी नोखा के ढिंगसरी गांव से हैं, जिन्होंने अपनी मेहनत और समर्पण से यह मुकाम हासिल किया है।

40 साल बाद राजस्थान की किसी महिला टीम ने फाइनल में जगह बनाई और इस बार जीत भी हासिल की। टीम के कोच विक्रम सिंह राजवी के नेतृत्व में राजस्थान ने यह ऐतिहासिक जीत दर्ज की।

इन सभी 12 खिलाड़ियों का संबंध ठेठ ग्रामीण परिवारों से है और ये सभी 10वीं और 11वीं कक्षा की स्कूली छात्राएं हैं। मगनसिंह राजवी फुटबॉल एकेडमी द्वारा तराशे गए इन होनहार खिलाड़ियों ने न केवल राजस्थान बल्कि पूरे देश में नोखा का नाम रोशन किया है।

राजस्थान की जूनियर गर्ल्स फुटबॉल टीम ने शुक्रवार, 9 अगस्त 2024 को बेलगाम, कर्नाटक में स्पोर्टिंग प्लेनेट लवडेल स्कूल ग्राउंड पर खेले गए जूनियर गर्ल्स नेशनल फुटबॉल चैंपियनशिप 2024-25 के फाइनल में मेजबान कर्नाटक को 3-1 से हराकर पहली बार नेशनल स्टेट लेवल का खिताब जीता।

यह जीत राजस्थान के लिए 60 साल बाद किसी राष्ट्रीय खिताब पर कब्जा करने का सुनहरा अवसर था। इससे पहले 1964 में राजस्थान ने अजमेर में डॉ. बी.सी. रॉय ट्रॉफी के लिए जूनियर बॉयज़ नेशनल फुटबॉल चैंपियनशिप के फाइनल में असम को हराया था।

इस रोमांचक मुकाबले में राजस्थान की कप्तान संजू कंवर के दो शानदार फ्री-किक्स और मंजू कंवर की बेहतरीन वॉली ने टीम को 3-1 से जीत दिलाई। कर्नाटक ने पहले हाफ में राजस्थान पर थोड़ी बढ़त बनाए रखी थी, लेकिन 23वें मिनट में मंजू कंवर की सटीक वॉली ने राजस्थान को बढ़त दिलाई, जिसे कर्नाटक की गोलकीपर प्रयुक्ता आर्या रोकने में असफल रहीं।

राजस्थान का दूसरा गोल 36वें मिनट में एक चतुराई से लिए गए फ्री-किक के माध्यम से हुआ, जिसमें मंजू कंवर ने गेंद को गोलकीपर के सिर के ऊपर से मारते हुए सीधे गोल में पहुंचा दिया।

पहले हाफ में मिले झटकों के बावजूद कर्नाटक ने हार नहीं मानी और नियमित रूप से हमला करते हुए 63वें मिनट में एक गोल किया। इस गोल के दौरान राजस्थान की गोलकीपर मुन्नी गेंद को साफ पकड़ने में असफल रहीं, और रुथु श्रीनंदन ने पास से गोल कर कर्नाटक को वापसी का मौका दिया।

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हालांकि, राजस्थान की तीसरी और निर्णायक बढ़त एक और फ्री-किक के माध्यम से हुई, जिसे फिर से मंजू कंवर ने लिया। कर्नाटक की गोलकीपर प्रयुक्ता आर्या इस बार गेंद को पकड़ने के लिए अच्छी स्थिति में थीं, लेकिन अंतिम क्षण में गेंद उनके हाथों से फिसलकर गोल में चली गई।

ग्रुप लीग में राजस्थान ने महाराष्ट्र, त्रिपुरा और पुदुचेरी को हराया और सेमीफाइनल में सिक्किम को टाई-ब्रेकर में मात दी।

इस ऐतिहासिक जीत के साथ राजस्थान की जूनियर गर्ल्स फुटबॉल टीम ने न केवल राज्य के खेल इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ा है, बल्कि भविष्य में और भी बेहतरीन प्रदर्शन करने का वादा किया है। टीम की यह शानदार जीत पूरे राज्य के लिए गर्व का क्षण है।

सेमीफाइनल में सिक्किम को हराया था
राजस्थान ने रोमांचक 3-3 की बराबरी के बाद पेनल्टी शूटआउट में जीत के साथ सिक्किम पर नाटकीय जीत सुनिश्चित की थी। संजू कंवर ने तीसरे मिनट में राजस्थान के लिए पहला गोल किया था। सिक्किम ने 18वें मिनट में स्मीता सुंदास के ज़रिए बराबरी का गोल किया। लिछमी कंवर ने 40वें मिनट में राजस्थान की बढ़त बहाल की और हाफ़टाइम तक स्कोर 2-1 कर दिया।

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राजस्थान की भानु प्रिया ने 105वें मिनट में गोल करके खेल को 3-3 से बराबर कर दिया। मैच पेनाल्टी तक गया, जहां राजस्थान ने चार गोल करके जीत हासिल की, जबकि सिक्किम ने तीन गोल किए, तथा कर्नाटक के साथ फाइनल में अपनी जगह सुनिश्चित की।

कर्नाटक की टीम सबसे खतरनाक मानी जा रही थी
कर्नाटक ने जिस तरह से अण्डमान निकोबार की गर्ल्स को 21 गोल से हराया। लोग पहले से मान रहे थे कि राजस्थान को कर्नाटक की टीम आसानी से हरा देगी। होम ग्राउण्ड होने के चलते कर्नाटक के पक्ष में स्थानीय दर्शकों का पुरजोर समर्थन होने के बावजूद राजस्थान की लड़कियों ने फाइनल में पुरजोर खेल दिखाया।

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