Rajasthan: राजसमंद और मेड़ता को केंद्रीय विद्यालय की सौगात

राजसमंद और मेड़ता को केंद्रीय विद्यालय की सौगात
दिया कुमारी का आभार व्यक्त करते अभय सिंह भैंसड़ा
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Highlights

राजस्थान में वर्तमान में 78 केंद्रीय विद्यालय कार्यरत हैं, जिनमें करीब 90 हजार विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे हैं। नए विद्यालयों की स्थापना के बाद यह संख्या 87 हो जाएगी, जिससे राज्य में शिक्षा के स्तर को और मजबूती मिलेगी

जयपुर । केंद्र सरकार द्वारा देशभर में 85 नए केंद्रीय विद्यालय खोलने के निर्णय में राजस्थान को बड़ी सौगात मिली है। राज्य के 7 जिलों में 9 नए केंद्रीय विद्यालय खोले जाएंगे, जिनमें से दो विद्यालय राजसमंद और मेड़ता भीम में स्थापित किए जाएंगे। यह उपलब्धि उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी के राजसमंद सांसद रहते उनके अथक प्रयासों का परिणाम है।

क्षेत्रवासियों ने जताया आभार
राजसमंद लोकसभा क्षेत्र में इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर क्षेत्रवासियों ने उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी का आभार व्यक्त किया। भाजपा नेता अभय सिंह भैंसड़ा सहित बड़ी संख्या में क्षेत्रवासियों ने इसे क्षेत्र की शिक्षा और विकास के लिए मील का पत्थर बताया।

केंद्रीय विद्यालयों की विशेषताएं960 छात्रों की क्षमता: प्रत्येक नए केंद्रीय विद्यालय में 960 छात्रों को एडमिशन दिया जाएगा।
सेशन 2025-26 से शुरुआत: इन स्कूलों में नए शैक्षणिक सत्र से एडमिशन शुरू होंगे। फोकस क्षेत्र: सेना और पैरामिलिट्री फोर्स के बच्चों के लिए प्राथमिकता, बची हुई सीटों पर सिविलियन बच्चों को प्रवेश। भविष्य की तैयारी: नए भवन निर्माण और टीचर्स की नियुक्ति के लिए 5872 करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत।
राजस्थान में केंद्रीय विद्यालयों का विस्तार

राजस्थान में वर्तमान में 78 केंद्रीय विद्यालय कार्यरत हैं, जिनमें करीब 90 हजार विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे हैं। नए विद्यालयों की स्थापना के बाद यह संख्या 87 हो जाएगी, जिससे राज्य में शिक्षा के स्तर को और मजबूती मिलेगी।

स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर
केंद्रीय विद्यालय संगठन के डिप्टी कमिश्नर डॉ. अनुराग यादव ने बताया कि नए स्कूलों के साथ ही प्रिंसिपल की पोस्टिंग होगी। इसके अलावा स्थायी टीचर्स की भर्ती प्रक्रिया शुरू होगी। यदि स्थायी नियुक्तियां नहीं हो पातीं तो संविदा पर स्थानीय स्तर पर टीचर्स रखे जाएंगे।

दिया कुमारी का बयान
उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर करते हुए कहा, "यह मेरी प्राथमिकता थी कि राजसमंद और मेड़ता जैसे क्षेत्रों में शिक्षा का स्तर ऊंचा उठे। केंद्रीय विद्यालय की स्वीकृति से न केवल क्षेत्र के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलेगी, बल्कि यह क्षेत्र के विकास में भी सहायक होगा।"

क्षेत्रवासियों के लिए क्या बदलेगा?
नए केंद्रीय विद्यालयों की स्थापना से बच्चों को आधुनिक और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उनके घर के पास ही उपलब्ध होगी। यह ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच शैक्षिक असमानता को दूर करने में भी मदद करेगा।

अभय सिंह भैंसड़ा ने बताया कि राजसमंद और मेड़ता में केंद्रीय विद्यालय की स्थापना क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक कदम है। यह सिर्फ शिक्षा का केंद्र नहीं बनेगा, बल्कि नई पीढ़ी के लिए अवसरों का द्वार खोलेगा। क्षेत्रवासी उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी के इस योगदान को लंबे समय तक याद रखेंगे।

राजस्थान को मिले केन्द्रीय विद्यालय 
एयरफोर्स स्टेशन फलोदी
बीएसएफ सतराना, गंगानगर
बीएसएफ करणपुर, गंगानगर
राजसमंद
भीम, राजसमंद
हिंडौन, करौली
मेड़ता, नागौर
राजगढ़, अलवर
महवा, दौसा

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