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यह अभियान 17 अगस्त को उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी द्वारा शुरू किया गया था और प्रजना फाउंडेशन की प्रमुख प्रीति शर्मा के नेतृत्व में इसने जयपुर के स्कूलों में अपनी पकड़ मजबूत कर ली है
जयपुर | प्रजना फाउंडेशन का ‘प्रोजेक्ट किशोरी’ किशोरियों में स्वच्छता और मासिक धर्म से जुड़े मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाने का प्रयास है। ब्रह्मोस एयरोस्पेस के सहयोग से इस परियोजना को आगे बढ़ाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य छात्राओं में मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता को लेकर सतर्कता और आत्मनिर्भरता का संदेश देना है।
यह अभियान 17 अगस्त को उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी द्वारा शुरू किया गया था और प्रजना फाउंडेशन की प्रमुख प्रीति शर्मा के नेतृत्व में इसने जयपुर के स्कूलों में अपनी पकड़ मजबूत कर ली है।
‘प्रोजेक्ट किशोरी’ ने जयपुर के चार विद्यालयों में किशोरियों को स्वच्छता के महत्व के प्रति जागरूक किया है और उन्हें इस पर खुलकर बात करने का अवसर प्रदान किया है। इस पहल से किशोरियों को आत्मनिर्भर और स्वस्थ बनने में मदद मिल रही है। भविष्य में इस अभियान को और व्यापक रूप से फैलाने की योजना है, ताकि अधिक किशोरियों और महिलाओं तक इसका लाभ पहुंच सके।
विद्यालयों में किशोरी किट का वितरण और क्लबों का गठन
21 सितंबर को जयपुर के तीन विद्यालयों में किशोरियों के बीच स्वच्छता किट का वितरण किया गया और किशोरी क्लबों का गठन किया गया। राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय सुखालपुरा मानसरोवर, राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय टीबा श्योपुर सांगानेर, और राजकीय वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृत विद्यालय प्रताप नगर में स्वच्छता कार्यक्रम आयोजित किए गए।
इन स्कूलों में प्रधानाचार्य और शिक्षिकाओं की उपस्थिति में छात्राओं को मासिक धर्म स्वच्छता के बारे में जागरूक किया गया और उन्हें मासिक धर्म के दौरान उपयोगी स्वच्छता किट्स प्रदान की गईं। साथ ही, किशोरी क्लबों का गठन किया गया, जहां छात्राएं खुलकर इस विषय पर चर्चा कर सकेंगी।
राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय सुखालपुरा मानसरोवर में प्रिंसीपल रामस्वरूप वर्मा, अध्यापिका पिंकी कपूर और रेनु वाधवा उपस्थिति में छात्राओं को किशोरी किट का वितरण किया गया और किशोरी क्लब का गठन किया गया।
इसी तरह राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय टीबा श्योपुर सांगानेर में प्रिंसीपल रितु शर्मा और अध्यापिका सुमन चौधरी तथा भावना की मौजूदगी में किट वितरित किए गए।
वहीं राजकीय वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृत विद्यालय हाउसिंग बोर्ड सेक्टर छह प्रताप नगर सांगानेर में भी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रधानाचार्य रमेश शर्मा, अध्यापिका मीनाक्षी शर्मा और दीपिका शर्मा की मौजूदगी में कार्यक्रम में बालिकाओं को माहवारी स्वच्छता पर जागरूक किया गया और किट वितरित किए गए। यहां भी किशोरी क्लब का गठन किया गया।
दीया कुमारी की पहल ने दी नई दिशा
इस परियोजना की शुरुआत उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने की थी, जिनका मानना है कि मासिक धर्म स्वच्छता एक ऐसा विषय है जिस पर खुलकर चर्चा होना जरूरी है। उनका उद्देश्य इस पहल के माध्यम से किशोरियों में आत्मनिर्भरता और स्वच्छता के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देना है, ताकि वे समाज में इस विषय पर फैली भ्रांतियों से मुक्त होकर आगे बढ़ सकें।
स्वास्थ्य और स्वच्छता पर चर्चा
प्रजना फाउंडेशन की संस्थापक प्रीति शर्मा और उनकी टीम ने विद्यालयों में किशोरियों से संवाद कर स्वच्छता और मासिक धर्म के दौरान साफ-सफाई की आवश्यकता के बारे में जानकारी दी। उन्होंने समझाया कि स्वच्छता की कमी से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, इसलिए इस पर खुलकर चर्चा करना बेहद जरूरी है। इस दौरान छात्राओं ने भी अपनी शंकाओं को खुलकर व्यक्त किया और माहवारी स्वच्छता पर बात की।
किशोरी किट्स का महत्व
स्वच्छता किट्स में किशोरियों के लिए मासिक धर्म के दौरान आवश्यक वस्तुएं शामिल थीं। इन किट्स के माध्यम से उन्हें स्वच्छता बनाए रखने में मदद मिलेगी और वे इस विषय पर खुलकर बात कर पाएंगी। यह न केवल उन्हें शारीरिक रूप से स्वस्थ रखेगा, बल्कि उन्हें सामाजिक रूप से भी सशक्त बनाएगा।
प्रोजेक्ट किशोरी का उद्देश्य और भविष्य की योजना
प्रीति शर्मा का मानना है कि मासिक धर्म स्वच्छता की अनदेखी से किशोरियों के स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ता है, और इस पर चर्चा करने में संकोच करना एक बड़ी सामाजिक बाधा है। प्रोजेक्ट किशोरी का उद्देश्य इन बाधाओं को दूर करना और छात्राओं को जागरूक बनाना है। इस अभियान का विस्तार और अधिक विद्यालयों में करने की योजना बनाई जा रही है, ताकि और भी अधिक किशोरियों को इसका लाभ मिल सके।