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WRCP में पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर, पाली, बाड़मेर, जैसलमेर, जालोर, उदयपुर, सिरोही के साथ ही नागौर और राजसमंद जिले के इलाके शामिल हो सकते हैं
जयपुर | पश्चिमी राजस्थान के जल संकट को हल करने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने वेस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट (WRCP) की तैयारी शुरू कर दी है। यह परियोजना ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट (ERCP) की तर्ज पर बनाई जा रही है, जिसमें पश्चिमी राजस्थान के जिलों को शामिल किया जाएगा। जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत ने विधानसभा में इसकी घोषणा करते हुए बताया कि WRCP की डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार की जा रही है और इसकी अंतरिम रिपोर्ट भी प्राप्त हो चुकी है।
विधायकों की मांग
विधानसभा में बीजेपी विधायक बाबू सिंह राठौड़ ने सवाल उठाते हुए WRCP का काम जल्द शुरू करने की मांग की।
जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत ने बताया कि 10 फरवरी 2023 को बजट घोषणा में माही को लूणी नदी से जोड़ने के लिए WRCP की डीपीआर बनाने के लिए मैसर्स वेपकॉस लिमिटेड को वर्क ऑर्डर दिया गया था।
इस परियोजना की फिजीबिलिटी रिपोर्ट बनाने के आदेश दिए गए थे, जिसकी अंतरिम रिपोर्ट पेश कर दी गई है और इसका तकनीकी आकलन कराया जा रहा है।
योजना की महत्वपूर्ण बातें
रावत ने बताया कि बारिश और बाढ़ का पानी बेकार बहकर चला जाता है, इसके सदुपयोग के लिए योजना बनाकर रन ऑफ वाटर ग्रिड बनाया जाएगा। इसके तहत सभी जिलों में सिंचाई के लिए पानी इकट्ठा किया जाएगा।
विधायक बाबू सिंह राठौड़ ने WRCP की योजना लाने की मांग करते हुए कहा कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो मारवाड़ के लोग आंदोलन करेंगे। उन्होंने यह भी पूछा कि राजस्थान में कहां बाढ़ है और कहा कि 1966 में गुजरात और राजस्थान का माही जल बंटवारे का समझौता हुआ था, जिसके तहत लूणी नदी को जोड़कर जवाई बांध से जोधपुर नहर तक पानी लाना था।
जल संसाधन मंत्री का जवाब
जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत ने बताया कि सरकार ने वाटर ग्रिड के तहत 30,000 करोड़ से अधिक के विभिन्न काम करवाने की घोषणा की है। माही बेसिन की सोम नदी से मानसून अवधि का सरप्लस पानी जयसमंद बांध और अन्य बांधों को भरते हुए लूनी बेसिन में लाने का काम किया जाएगा।
उदयपुर, सिरोही और जोधपुर में पेयजल और 16000 हेक्टेयर में सिंचाई के लिए यह परियोजना बनाई जा रही है, जिसकी अनुमानित लागत 7000 करोड़ रुपए है। जोधपुर और पाली शहर को जलापूर्ति के लिए लूनी बेसिन में जवाई बांध से जोधपुर तक नहर की मरम्मत कर पानी लाया जाएगा। 3 साल में 194 किलोमीटर लंबी फीडर नहर की मरम्मत करने पर 2280 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
विधायकों की चिट्ठी
ओसियां से बीजेपी विधायक भैराराम सियोल ने भी WRCP की मांग को लेकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को चिट्ठी लिखी है। उन्होंने लिखा है कि पश्चिमी राजस्थान के किसान भारी परेशानी में हैं और बहुत कम बारिश होने के कारण खेती नाम मात्र की होती है। इस इलाके में सिंचाई का पानी समय की मांग है और अब ERCP की तर्ज पर WRCP का काम जल्द शुरू करना चाहिए।
शामिल होने वाले जिले
WRCP में पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर, पाली, बाड़मेर, जैसलमेर, जालोर, उदयपुर, सिरोही के साथ ही नागौर और राजसमंद जिले के इलाके शामिल हो सकते हैं।