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राठौड़ यहीं तक चुप नहीं रहे उन्होंने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को अहंकारी रावण बताते हुए कहा कि गोविंद सिंह डोटासरा को घमंड है तो आकर मुकाबला कर लें। मैं तो पार्टी का दरी बिछाया हुआ कार्यकर्ता हूं।
सीकर | राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 से पहले अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी परिवर्तन यात्रा निकाल कर अपने पक्ष में माहौल बनाने में लगी हुई है।
भाजपा के सभी दिग्गज नेता जिनमें केंद्रीय मंत्री तक शामिल हैं जनसभाओं के जरिए कांग्रेस सरकार पर निशाना साध रहे हैं।
इसी कड़ी में शुक्रवार को सीकर में आयोजित परिवर्तन यात्रा में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने तो कांग्रेस और उसके नेताओं की धज्जियां उड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
इस दौरान राठौड़ का सबसे बड़ा टारगेट पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा रहे।
राजेंद्र राठौड़ ने सीकर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान गोविंद सिंह डोटासरा पर हमला बोलते हुए कहा कि डोटासरा जी मेरे मित्र हैं। वे कई बार चुनौती भी देते हैं। वो बड़े नेता हैं और मैं छोटा नेता हूं। मैं सात बार जीता हूं और डोटासरा जी तीन बार जीतकर तुर्म खान बने हुए हैं।
राठौड़ यहीं तक चुप नहीं रहे उन्होंने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को अहंकारी रावण बताते हुए कहा कि गोविंद सिंह डोटासरा को घमंड है तो आकर मुकाबला कर लें। मैं तो पार्टी का दरी बिछाया हुआ कार्यकर्ता हूं।
बता दें कि राठौड़ भाजपा की परिवर्तन यात्रा में शामिल होने सीकर पहुंचे थे।
दुर्भाग्यपूर्ण है कि वीरों की भूमि कही जाने वाली लक्ष्मणगढ़ की इस धरती को नाथी के बाड़े की धरती कहते हैं।
— Rajendra Rathore (@Rajendra4BJP) September 15, 2023
आज पूरे हिन्दुस्तान में जब इस धरती को पेपर लीक की राजधानी कहा जाता है तो अफसोस होता है। #राजस्थान_में_होगा_परिवर्तन #ParivartanYatra #ParivartanSankalpYatra #Sikar… pic.twitter.com/A4zzwSy6A9
इस दौरान उन्होंने डोटासरा को ललकारते हुए कहा कि मैं लक्ष्मणगढ़ में उन्हीं को कह कर जा रहा हूं कि गोविंद जी आप कभी मुझे ललकारते हैं, कभी किसी और को।
राठौड़ ने कहा जिस दंभी नेता ने कहा कि आरएसएस को बिल में घुसा देंगे, उस दंभी नेता को अब घुसने के लिए जगह नहीं मिलेगी।
इस विराट सभा का वीडियो देख लेना, आप किस बिल में घुसोगे। आपको बिल भी नहीं मिलेगा, आपकी विदाई तय है। अहंकार तो रावण का भी नहीं चला था।
राठौड़ ने कहा कि डोटासरा अहंकारी रूप से कहते हैं कि गुस्सा आता है तो न जाने में क्या कर देता हूं।
यह धरती सालासर हनुमान को मानने वालों की धरती है। हनुमानजी से पंगा रावण ने लिया था। हनुमानजी की पूंछ पर आग लगाई तो उन्होंने लंका को जला डाला। ऐसे में अब इस सरकार का जलना तय हो गया है।