Rajasthan: गोशालाओं, टीकाकरण, और गुणवत्ता नियंत्रण पर विशेष ध्यान

गोशालाओं, टीकाकरण, और गुणवत्ता नियंत्रण पर विशेष ध्यान
Ad

Highlights

पशुपालन विभाग के अधिकारियों को संबाेधित करते हुए शासन सचिव ने कहा कि हमारा सबसे ज्यादा फोकस संस्थाओं को बेहतर और सुव्यवस्थित करके सेवाओं को सुचारू रूप से चलाने पर होना चाहिए

जयपुर । डॉ समित शर्मा, शासन सचिव पशुपालन, गोपालन, डेयरी एवं मत्स्य ने सभी विभागीय  अधिकारियों को बेहतर प्रदर्शन करने के निर्देश दिए हैं । डॉ शर्मा गुरुवार को सचिवालय में आयोजित विभागों की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में राज्य भर से जिला स्तर के अधिकारी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े थे।

पशुपालन विभाग के अधिकारियों को संबाेधित करते हुए शासन सचिव ने कहा कि हमारा सबसे ज्यादा फोकस संस्थाओं को बेहतर और सुव्यवस्थित करके सेवाओं को सुचारू रूप से चलाने पर होना चाहिए। संस्थानों में दवाईयों की उपलब्धता सुनिश्चित हो। खुरपका - मुंहपका, ब्रूसेला और लंपी जैसे रोगों के लिए टीकाकरण की समुचित व्यवस्था हो।

उन्होंने सभी पशु चिकित्सा संस्थानों को समय पर खोलने और बंद करने का निर्देश देते हुए कहा कि संस्थान के प्रत्येक कार्मिक कार्यालय समय में अपना पहचान पत्र पहन कर उपस्थित रहें। विशेष परिस्थितियों में कार्यालय प्रमुख की अनुमति से ही कार्यालय छोड़ें। उन्होंने कार्यालयों के भौतिक सत्यापन के आधार पर उपलब्ध अनुपयोगी सामानों और कबाड़ का समय पर निस्तारण और साफ सफाई पर विशेष बल दिया।

 उन्होंने विभागों को निर्देश देते हुए कहा कि प्रस्तावित लक्ष्यों को समय पर पूरा करने का हर संभव प्रयास सुनिश्चित किया जाना चाहिए। उन्होंने विभाग में किसी भी तरह की पेंडेंसी न रखने के निर्देश देते हुए कहा कि विभाग की सभी शाखाएं अपने कार्यों को नियमित रूप से निश्चित समयावधि में पूरा करें। डॉ शर्मा ने संपर्क पोर्टल, विधान सभा प्रश्न, आर टी आई में दर्ज प्रकरण, लंबित ऑडिट पैरा वार्षिक कार्य मूल्यांकन जैसे प्रशासनिक प्रकरणों का भी समय पर निस्तारण कर इन मामलों में पेंडेंसी शून्य करने के निर्देंश दिए।

 शासन सचिव ने विभागीय कार्यों को गति प्रदान करने और उसकी गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए सॉफ्टवेयर का उपयोग करने पर बल दिया। उन्होंने पशु चिकित्सा संस्थाओं के भौतिक कार्यो की प्रगति के लिए एमआईएस सॉफ्टवेयर का प्रयोग करने के निर्देश प्रदान किए।

साथ ही टीकाकरण और कृत्रिम गर्भाधान कार्यों का इन्द्राज भी भारत पशुधन एप पर करने के निर्देश दिए। डॉ शर्मा ने विभागों को पूरी तरह ऑनलाइन करने पर बल देते हुए कहा कि कोई भी फाईल ऑफलाइन नहीं होनी चाहिए।

 उन्होंने गौशालाओं को दिए जाने वाले अनुदान के लिए आमंत्रित ऑनलाईन आवेदन का परीक्षण कर समय पर भिजवाने के निर्देश दिया। गोशालाओं की संचालन व्यवस्था को दुरूस्त करने का निर्देश देते हुए शासन सचिव ने कहा कि गलत लोगों को गोशालाओं के संचालन की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। हमें गोशालाओं को आदर्श बनाना है

जिससे गोशालाओं को स्थापित करने का हमारा उद्देश्य पूरा हो सके। शासन सचिव ने गोपालन विभाग को गोबर और गौमूत्र से बने उत्पादों के औद्योगिक उपयोग पर एक परियोजना और पशुपालन विभाग को पशुपालन को उद्योग का दर्जा दिलाने के लिए कुछ नवाचार योजना बनाने के निर्देश प्रदान किए।

बैठक में डेयरी में दूध और दूध उत्पादों के गुणवत्ता नियंत्रण पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि मिलावटखोरी पर हर हाल में सख्ती से रोक लगानी है। मिलावटखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने डेयरी में चल रहे भ्रष्टाचार पर भी तत्काल अंकुश लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सरस को ऐसी उंचाइयों पर ले जाएं जहां सरस और गुणवत्ता एक दूसरे के पूरक हो जाएं। शासन सचिव ने डेयरी उत्पादों की गुणवत्ता के साथ विज्ञापन पर भी ध्यान देने का निर्देश दिया।

बैठक में सभी विभागों के राज्य स्तरीय और जिला स्तरीय अधिकारियों ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से भाग लिया।

Must Read: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर स्वच्छ तीर्थ अभियान कार्यक्रम शुरू, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने बड़ी चौपड़ स्थित राम मंदिर में सफाई से की शुरुआत

पढें राजस्थान खबरें, ताजा हिंदी समाचार (Latest Hindi News) के लिए डाउनलोड करें thinQ360 App.

  • Follow us on :