Highlights
यह पुरस्कार प्राइम पॉइंट फाउंडेशन द्वारा डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की प्रेरणा से प्रारंभ किया गया था, और हर वर्ष योग्य सांसदों को उनकी कार्यक्षमता के आधार पर दिया जाता है।
जयपुर, 19 मई 2025 – भारतीय जनता पार्टी राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष और पाली से सांसद मदन राठौड़ को उनकी उत्कृष्ट संसदीय कार्यक्षमता के लिए प्रतिष्ठित 'संसद रत्न पुरस्कार 2025' के लिए नामित किया गया है। यह नामांकन उनकी नीतिगत बहसों, निजी विधेयकों और प्रश्न पूछने में सक्रिय भूमिका के आधार पर हुआ है।
राजस्थान से इस बार दो सांसदों — पी.पी. चौधरी और मदन राठौड़ — को इस राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार के लिए चुना गया है। यह राज्य के लिए गर्व का विषय है क्योंकि संसद रत्न पुरस्कार उन सांसदों को दिया जाता है जो संसदीय लोकतंत्र को मजबूत करने में निरंतर और उत्कृष्ट योगदान देते हैं।
इस पुरस्कार का चयन राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष श्री हंसराज अहीर की अध्यक्षता वाली जूरी समिति द्वारा किया गया, जो केंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री के समकक्ष दर्जा रखते हैं।
मदन राठौड़, जो वर्तमान में राजस्थान भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष भी हैं, ने अपने कार्यकाल में सामाजिक मुद्दों, ग्रामीण विकास, और युवाओं के उत्थान पर निरंतर संसद में आवाज़ उठाई है। उनकी यह उपलब्धि प्रदेश संगठन को नई ऊर्जा प्रदान करेगी।
???? ???? संसद रत्न पुरस्कार 2025 – प्रमुख विजेता (Excellence Box)
सांसद का नाम | पार्टी | राज्य | विशेष योगदान |
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मदन राठौड़ | भाजपा | राजस्थान | विधायी सक्रियता, ग्रामीण मुद्दे, युवा विकास |
पी.पी. चौधरी | भाजपा | राजस्थान | विधि और संसदीय मामलों में गहन योगदान |
भृगुहरी महताब | भाजपा | ओडिशा | संसद में बहस और समिति कार्य में सशक्त भागीदारी |
सुप्रिया सुले | एनसीपी | महाराष्ट्र | सामाजिक न्याय और महिला सशक्तिकरण पर मुखरता |
ए.के. प्रेमचंद्रन | आरएसपी | केरल | तकनीकी विधायी योगदान |
श्रीरंग बारणे | शिवसेना | महाराष्ट्र | लोककल्याण और राष्ट्रीय सुरक्षा विषय |