Highlights
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संयम लोढ़ा का राज्य सरकार पर तीखा हमला
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कहा – “अब सरकार नाम की कोई चीज़ नहीं बची”
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जनता को अपने हक के लिए सड़कों पर उतरना पड़ रहा है
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जिला परिषद और पंचायत समितियाँ घोटालों के अड्डे बन चुकी हैं
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अधिकारियों को भाजपा का संरक्षण प्राप्त है
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संरक्षण के चलते अधिकारी बेखौफ होकर भ्रष्टाचार कर रहे हैं
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शिवगंज में फार्म हाउस सड़क घोटाले को लेकर बड़ा खुलासा
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प्रशासन पर कार्रवाई न करने का आरोप
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संयम लोढ़ा दर्ज कराएंगे एसीडी कोर्ट में मुकदमा
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कहा – “अब न्याय के लिए अदालत ही आखिरी रास्ता है”
Sirohi | राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री सलाहकार संयम लोढ़ा ने राज्य की कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि प्रदेश में अब “सरकार नाम की कोई चीज़ बची नहीं है।”
उन्होंने कहा कि आम जनता के जायज़ काम भी नहीं हो रहे, और लोगों को हर बार अपने अधिकारों के लिए सड़कों पर उतरकर संघर्ष करना पड़ रहा है।
लोढ़ा शनिवार को शिवगंज में आयोजित एक अहम बैठक को संबोधित कर रहे थे, जिसमें सिरोही जिले के विभिन्न मंडलों, ब्लॉकों और अग्रिम संगठनों के अध्यक्षों ने भाग लिया। उन्होंने कहा —
"चाहे चोरी हो, हत्या हो, बलात्कार हो या कोई स्थानीय समस्या — आमजन को बार-बार सड़कों पर आना पड़ता है। प्रशासन कोई जिम्मेदारी निभा ही नहीं रहा। हमें इस जनविरोधी शासन के खिलाफ मजबूती से जनता के साथ खड़ा होना होगा।"
पंचायत समितियों और जिला परिषदों पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप
संयम लोढ़ा ने कहा कि राजस्थान में पंचायत समितियाँ और जिला परिषदें अब भ्रष्टाचार के अड्डे बन चुकी हैं। उन्होंने सीधे आरोप लगाया कि पंचायतीराज राज्य मंत्री ओटाराम देवासी के संरक्षण में सिरोही जिला परिषद और कई पंचायत समितियों में बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितताएँ हो रही हैं।
"अधिकारियों को भाजपा नेताओं का खुला संरक्षण मिला हुआ है, इसीलिए वे बेधड़क लूट में लगे हैं। सरकार का सिस्टम पूरी तरह पंगु हो चुका है।"
शिवगंज के मांडानी गाँव में सड़क घोटाले का मुद्दा उठाया
लोढ़ा ने बताया कि शिवगंज पंचायत समिति के अंतर्गत मांडानी गाँव में हुए फार्म हाउस सड़क निर्माण घोटाले में अब वे एसीडी (एंटी करप्शन डिपार्टमेंट) कोर्ट में मुकदमा दर्ज कराएंगे।
उन्होंने कहा: "राज्य सरकार के अफसर और भाजपा से जुड़े लोग इस घोटाले में लिप्त हैं, इसलिए स्थानीय प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। मजबूरी में अब हमें न्यायालय का दरवाज़ा खटखटाना पड़ेगा।"
वाडा खेड़ा कंजरवेशन रिजर्व पर भाजपा को घेरा
वाडा खेड़ा कंजरवेशन रिजर्व मामले में लोढ़ा ने भाजपा की दोहरी नीति पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा:
"हमारी सरकार ने यह निर्णय लिया, अब भाजपा को आपत्ति है। तो केंद्र और राज्य दोनों जगह तो उन्हीं की सरकार है, अगर चाहें तो पलट दें निर्णय। मगर जनता को गुमराह करना बंद करें।"
21 और 22 अगस्त को मंडल स्तरीय बैठकें होंगी
लोढ़ा ने बताया कि संगठन की आगामी रणनीति के तहत 21 अगस्त को पाडीव, कृष्णगंज, बरलूट, कालंद्री, सिलदर और जावाल मंडल, और 22 अगस्त को कैलाशनगर, बागसीन, पालडीएम, पोसालिया, बड़गांव मंडल और शिवगंज नगर मंडल की बैठकें आयोजित की जाएंगी।
प्रमुख नेताओं की उपस्थिति और वक्तव्य
इस विशेष बैठक में सिरोही जिले के विभिन्न कांग्रेस मंडलों और संगठनों के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने भाग लिया और सरकार की कार्यप्रणाली पर अपनी नाराज़गी जताई। उपस्थिति नेताओं में शामिल थे:
रतनलाल माली — ब्लॉक अध्यक्ष, सिरोही
रतन सिंह — मंडल अध्यक्ष, सिलदर
शिवलाल घांची — मंडल अध्यक्ष, कालंद्री
कुलदीप रावल — मंडल अध्यक्ष, पाडीव
प्रताप मेघवाल — मंडल अध्यक्ष, बरलूट
शैतान सिंह रावणा — मंडल अध्यक्ष, जावाल
गणपत सिंह — मंडल अध्यक्ष, कृष्णगंज
दशरथ नरूका — राष्ट्रीय संयोजक, एनएसयूआई
रेणुलता व्यास — जिला अध्यक्ष, महिला कांग्रेस
प्रकाश मीणा — जिला अध्यक्ष, यूथ कांग्रेस
चंपालाल तिरगर — जिला अध्यक्ष, एनएसयूआई
प्रवीण रावल — ब्लॉक अध्यक्ष, शिवगंज
नारायण रावल — मंडल अध्यक्ष, पोसालिया
तेजाराम मीणा — मंडल अध्यक्ष, कैलाशनगर
पन्नालाल चौहान — मंडल अध्यक्ष, पालडीएम
नरपत सिंह दुभ्राणा — मंडल अध्यक्ष, बड़गांव
पूरण सिंह — मंडल अध्यक्ष, बागसीन
हनुमंत सिंह देवड़ा — नगर अध्यक्ष, शिवगंज
वजिंगराम घांची — पूर्व पालिका अध्यक्ष
प्रताप सिंह नूंन — वरिष्ठ कांग्रेस नेता
किशोर सिंह जैला — वरिष्ठ कांग्रेस नेता
इस बैठक में यह भी तय किया गया कि आगामी दिनों में भ्रष्टाचार, प्रशासनिक निष्क्रियता और जनसमस्याओं के खिलाफ ज़ोरदार जनआंदोलन चलाया जाएगा। संयम लोढ़ा ने संगठन को चेताया कि अब वक्त भाषण का नहीं, बल्कि जनसंघर्ष के लिए मैदान में उतरने का है।